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Pi Ke Prem Mein Pagal,ओढ़ चुनरिया नाचे बावरी नाचे बावरी पी के प्रेम में पागल,krishna bhajan

ओढ़ चुनरिया नाचे बावरी, नाचे बावरी, पी के प्रेम में पागल।

ओढ़ चुनरिया नाचे बावरी, नाचे बावरी, पी के प्रेम में पागल देख सांवरिया हुई सावरी, हुई सावरी, लहराए जी आंचल।लहराए जी आंचल।लहराए जी आंचल।ओढ़ चुनरिया नाचे बावरी, नाचे बावरी, पी के प्रेम में पागल।ओढ़ चुनरिया नाचे बावरी, नाचे बावरी, पी के प्रेम में पागल।

जब आए श्याम रंग गिरने लगे, मेघों के राग फिर बजने लगे दिल मंद मंद मुस्काने लगा। राधा से श्याम जब आकर मिले। पहन झांझरिया नाचे बावरी, नाचे बावरी,पी के प्रेम में पागल।ओढ़ चुनरिया नाचे बावरी, नाचे बावरी, पी के प्रेम में पागल।ओढ़ चुनरिया नाचे बावरी, नाचे बावरी, पी के प्रेम में पागल। देख सांवरिया हुई सावरी, हुई सावरी, लहराए जी आंचल।

जब आए श्याम तो राधा हंसी, आंखों में रात फिर सारी कटि दोनों ने रात भर तारे गिने। जमुना के तीर पर बंसी बजी। बाजी बसुरिया नाचे बावरी ,नाचे बावरी,पी के प्रेम में पागल।ओढ़ चुनरिया नाचे बावरी, नाचे बावरी, पी के प्रेम में पागल।ओढ़ चुनरिया नाचे बावरी, नाचे बावरी, पी के प्रेम में पागल। देख सांवरिया हुई सावरी, हुई सावरी, लहराए जी आंचल।

जब आए श्याम घर आंगन खिला। राधा के दिल को आराम मिला श्यामा ने बंसी होठों पर धरी। और बंसी की धुन से प्रेम जगा। प्रेम नगरिया में नाचे बावरी, नाचे बावरी,पी के प्रेम में पागल।ओढ़ चुनरिया नाचे बावरी, नाचे बावरी, पी के प्रेम में पागल।ओढ़ चुनरिया नाचे बावरी, नाचे बावरी, पी के प्रेम में पागल। देख सांवरिया हुई सावरी, हुई सावरी, लहराए जी आंचल।

ओढ़ चुनरिया नाचे बावरी, नाचे बावरी, पी के प्रेम में पागल। देख सांवरिया हुई सावरी, हुई सावरी, लहराए जी आंचल।लहराए जी आंचल।लहराए जी आंचल।ओढ़ चुनरिया नाचे बावरी, नाचे बावरी, पी के प्रेम में पागल।ओढ़ चुनरिया नाचे बावरी, नाचे बावरी, पी के प्रेम में पागल।

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