तर्ज, आने से उसके आए बहार
मैया यशोदा सुन ले पुकार,कान्हा ने धर दई शर्म उतार।मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।
बागों मैं जाऊं मेरे पीछे पीछे जाए,
मुड मुड देखु कान्हा छुप छुप जाए।
फूल बिखेरे हैं ,तेरे लाला ने,मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।मटकी फोड़ी है मेरी माखन की। मैया यशोदा सुन ले पुकार।कान्हा ने धर दई शर्म उतार।मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।
तालों पर जाऊं मेरे पीछे पीछे जाए।
मुड़ मुड़ देखु कान्हा छुप छुप जाए।
साड़ी फाड़ी है तेरे लाला ने,मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।मैया यशोदा सुन ले पुकार।कान्हा ने धर दई शर्म उतार।मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।
मंदिर में जाऊं मेरे पीछे पीछे जाए।
मुड़ मुड़ देखु कान्हा छुप छुप जाए।
थाली बिखेरी है मेरी पूजा की,मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।मैया यशोदा सुन ले पुकार।कान्हा ने धर दई शर्म उतार।मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।
कुआं पर जाऊं मेरे पीछे पीछे जाए।
मुड़ मुड़ देखु कान्हा छुप छुप जाए।
गागर फोड़ी है तेरे लाला ने,मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।मैया यशोदा सुन ले पुकार।कान्हा ने धर दई शर्म उतार।मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।मटकी फोड़ी है मेरी माखन की।