तर्ज, एक परदेसी मेरा दिल ले गया
एक डमरू वाला मेरा दिल ले गया, डमरु बजा के जिया मोह ले गया ॥एक डमरू वाला मेरा दिल ले गया, डमरु बजा के जिया मोह ले गया ॥
मेरे डमरू वाले की यही है निशानी। शीश पे जटा जिसमें गंगा जी का पानी।मेरे डमरू वाले की यही है निशानी। शीश पे जटा जिसमें गंगा जी का पानी।गंगा के पानी में मेरा पाप धुल गया। डमरु बजा के जिया मोह ले गया ॥एक डमरू वाला मेरा दिल ले गया, डमरु बजा के जिया मोह ले गया ॥
मेरे डमरू वाले की यही है निशानी, हाथ कमंडल ओ डमरू विराजे।मेरे डमरू वाले की यही है निशानी, हाथ कमंडल ओ डमरू विराजे।
डमरू के उमक में मेरा मन खो गया, डमरु बजा के जिया मोह ले गया ॥एक डमरू वाला मेरा दिल ले गया, डमरु बजा के जिया मोह ले गया ॥
मेरे डमरू वाले की यही है निशानी, पैरो में धुंघरू भस्म है न्हाणी।मेरे डमरू वाले की यही है निशानी, पैरो में धुंघरू भस्म है न्हाणी।घुघरू की धुन में मेरा मन खो गया, इमरु बजा के जिया मोह ले गया ॥एक डमरू वाला मेरा दिल ले गया, डमरु बजा के जिया मोह ले गया ॥
मेरे डमरू वाले की यही है निशानी, गोद में गणपति संग में गौरा रानी।मेरे डमरू वाले की यही है निशानी, गोद में गणपति संग में गौरा रानी।गणपत की दरस में मेरा मन खो गया, डमरु बजा के जिया मोह ले गया ॥एक डमरू वाला मेरा दिल ले गया, डमरु बजा के जिया मोह ले गया ॥