मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।मुझे बाबुल के घर जाना है।मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।
मेरे पिता ने यज्ञ रचाया है ,पर हम को नहीं बुलाया है।मेरे पिता ने यज्ञ रचाया है ,पर हम को नहीं बुलाया है। मैंने भी दिल में ठाना है मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।
गोरा बिना बुलाए जाओगी, सम्मान नहीं वहां पाओगी।गोरा बिना बुलाए जाओगी, सम्मान नहीं वहां पाओगी। वहां पड़े तुम्हें पछताना है, मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।
भोले ने बरजा नहीं रुकी, पीहर में गोरा पहुंच गई।भोले ने बरजा नहीं रुकी, पीहर में गोरा पहुंच गई। वहां देखा अजब नजारा है, मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।
वहां सारे देवता आए हैं ,आसन पर बैठे पाए हैं।वहां सारे देवता आए हैं ,आसन पर बैठे पाए हैं। भोले का ना कोई ठिकाना है, मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।
गुस्से में गोरा लाल हुई ,वह हवन कुंड में कूद गई।गुस्से में गोरा लाल हुई ,वह हवन कुंड में कूद गई। वापस कैलाश ना जाना है ,मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।
वहां सारे देवता घबराए ,आपस में ऐसे बतलाए।वहां सारे देवता घबराए ,आपस में ऐसे बतलाए। राजा दक्ष ना बचने पाया है, मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।
जब शिव शंकर को पता चला, भोले बाबा का क्रोध बड़ा।जब शिव शंकर को पता चला, भोले बाबा का क्रोध बड़ा। कांधे पर सभी को उठाया है ,मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।
ले सती को शिव घूमन लागे, फिर हाहाकार मचन लागे।ले सती को शिव घूमन लागे, फिर हाहाकार मचन लागे। विष्णु जी ने चक्र चलाया है, मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।
जब कट कट अंग गीरण लागे, मैया के धाम बनन लागे।जब कट कट अंग गीरण लागे, मैया के धाम बनन लागे। हम सबको शीश झुकाना है, मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।मेरे नाथ मुझे तुम जाने दो मुझे बाबुल के घर जाना है।