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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Kashi Ka Ticket Kata De Mere Bhole,काशी का टिकट कटा दे मेरे भोले बैठ रेल में आऊं रे मेरे भोले भंडारी,shiv bhajan

काशी का टिकट कटा दे मेरे भोले
बैठ रेल में आऊं रे मेरे भोले भंडारी।

काशी का टिकट कटा दे मेरे भोले
बैठ रेल में आऊं रे मेरे भोले भंडारी। काशी का टिकट कटा दे मेरे भोले
बैठ रेल में आऊं रे मेरे भोले भंडारी।



इस पर गंगा उस पार यमुना इस पर गंगा उस पार यमुना ।मैं तो गंगा में डुबकी लगाऊं रे मेरे भोले भंडारी।काशी का टिकट कटा दे मेरे भोले
बैठ रेल में आऊं रे मेरे भोले भंडारी।



दौने में रबड़ी हाथों में जलेबीदौने में रबड़ी हाथों में जलेबी।बैठ रेल में खाऊं रे मेरे भोले भंडारी।
काशी का टिकट कटा दे मेरे भोले
बैठ रेल में आऊं रे मेरे भोले भंडारी ।



भांग धतूरा और बेल पत्ती।भांग धतूरा और बेल पत्ती।बेरों का भोग लगाऊं रे मेरे भोले भंडारी।
काशी का टिकट कटा दे मेरे भोले
बैठ रेल में आऊं रे मेरे भोले भंडारी।



हाथ में ढोलक हाथ में चिमटा। हाथ में ढोलक हाथ में चिमटा। बैठ के भजन सुनाऊं रे मेरे भोले भंडारी।काशी का टिकट कटा दे मेरे भोले
बैठ रेल में आऊं रे मेरे भोले भंडारी।

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