तर्ज, कन्हैया ले चल परली पार
बना लो मुझको सेवादार। जाऊं कहां तेरे दर से बाबा, तुझसे हो गया प्यार।बना लो मुझको सेवादार।बना लो मुझको सेवादार।
सेवादारी मैं करूं श्याम की, जपता माला तेरे नाम की।सेवादारी मैं करूं श्याम की, जपता माला तेरे नाम की। मोर छड़ी का झाड़ा देकर तारो पालनहार।बना लो मुझको सेवादार।बना लो मुझको सेवादार।
दोहा,सेवादारी मैं तो करूं सांवरे, तुझे भजनों से मैं तो रिझाता रहूं। तेरी कृपा से मिलती है रोटी मुझे, तेरे दर पर मैं सर को झुकाता रहूं। तु बुलाता रहे और मैं आता रहूं, तेरी चौखट का दीदार पाता रहूं।
तेरे बिन मेरी कौन सुनेगा ,संकट मेरे कौन हरेगा।तेरे बिन मेरी कौन सुनेगा ,संकट मेरे कौन हरेगा। देख लिए मैंने रिश्ते नाते देख लिया संसार।बना लो मुझको सेवादार।बना लो मुझको सेवादार।
दोहा, पूरी दुनिया ने इतना सताया मुझे, मैंने आकर के दुखड़ा सुनाया तुझे। तूने सुनकर के है क्या गजब कर दिया। सुनी बगिया में मेरी तो रंग भर दिया। अब ना चिंता ना भय है फ़िक्र सांवरे। तूने सेवा में रखा है ओ सांवरे।
जब जब मैं खाटू नहीं आता, मुझको इतना दर्द सताता।जब जब मैं खाटू नहीं आता, मुझको इतना दर्द सताता।जीवनदास तेरा पागल जिसे, मिल गया सच्चा द्वार।बना लो मुझको सेवादार।बना लो मुझको सेवादार।
दोहा, अपनी पायल का घुंघरू बना लो मुझे। जहां जाओगे बाबा वहीं जाऊंगा। तेरे तन से हमेशा में लिपटा रहूं। तेरे पैरों की धूली में रम जाऊंगा। तेरे चरणों में रहकर मेरे सांवरे।ये जीवन तेरे नाम कर जाऊंगा। तेरे बिन अब रहा न जाता। बाबा क्यों नहीं गले लगाता।