कानूडा की, बालूड़ा की, सांवरिया की, नागरिया की।कानूडा की आवे अब याद, मने तो घना प्यारा लागे हो नंदलाल।
तिरछे नयन चरण तिरछे हैं। पितांबर से बदन ढके है।तिरछे नयन चरण तिरछे हैं। पितांबर से बदन ढके है। पहले बैजंती माल,मने तो घना प्यारा लागे हो नंदलाल।कानूडा की आवे अब याद, मने तो घना प्यारा लागे हो नंदलाल।
मोहनी मूरत सूरत सावरी। दर्शन करके हुई मैं बावरी।मोहनी मूरत सूरत सावरी। दर्शन करके हुई मैं बावरी। छम छम बाकी चाल, मने तो घना प्यारा लागे हो नंदलाल।कानूडा की आवे अब याद, मने तो घना प्यारा लागे हो नंदलाल।
श्यामल बदन नयन कजरारे। अरुण अधर पर मुरली धारे।श्यामल बदन नयन कजरारे। अरुण अधर पर मुरली धारे। घूंघर वाले बाल, मने तो घना प्यारा लागे हो नंदलाल।कानूडा की आवे अब याद, मने तो घना प्यारा लागे हो नंदलाल।
माखन खावे मुरली बजावे। गोपीन संग में रास रचावे।माखन खावे मुरली बजावे। गोपीन संग में रास रचावे।संग में गइया ग्वाल, मने तो घना प्यारा लागे हो नंदलाल।कानूडा की आवे अब याद, मने तो घना प्यारा लागे हो नंदलाल।
कानूडा की, बालूड़ा की, सांवरिया की, नागरिया की।कानूडा की आवे अब याद, मने तो घना प्यारा लागे हो नंदलाल।