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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Jagat Ke Rang Kya Dekhun Mere Mahakal Kafi hai,जगत के रंग क्या देखूं मेरे महाकाल काफी है,shiv bhajan

जगत के रंग क्या देखूं मेरे महाकाल काफी है।

जगत के रंग क्या देखूं मेरे महाकाल काफी है।मेरे महाकाल काफी है।मेरे महाकाल काफी है।मेरे महाकाल काफी है। मेरे भोलेनाथ काफी है।जगत के रंग क्या देखूं मेरे महाकाल काफी है।

अगर कोई छोड़ दे मेरा हाथ, तो मुझको कोई गम ही नहीं तेरा जो साथ मिल ही गया, तो अब किसी से कम भी नहीं।अगर कोई छोड़ दे मेरा हाथ, तो मुझको कोई गम ही नहीं। तेरा जो साथ मिल ही गया, तो अब किसी से कम भी नहीं।तो अब किसी से कम भी नहीं।जगत के रंग क्या देखूं मेरे महाकाल काफी है। जगत के रंग क्या देखूं मेरे भोलेनाथ काफी है।

जीवन भर तेरी सेवा में लगाई दूंगी यह तन मन। मुझे जो भी मिला बाबा सब मिल बांट खाऊंगी धन।जीवन भर तेरी सेवा में लगाई दूंगी यह तन मन। मुझे जो भी मिला बाबा सब मिल बांट खाऊंगी धन।सब मिल बांट खाऊंगी धन।जगत के रंग क्या देखूं मेरे महाकाल काफी है। जगत के रंग क्या देखूं मेरे भोलेनाथ काफी है।

जगत के रंग क्या देखूं मेरे महाकाल काफी है।मेरे महाकाल काफी है।मेरे महाकाल काफी है।मेरे महाकाल काफी है। मेरे भोलेनाथ काफी है।जगत के रंग क्या देखूं मेरे महाकाल काफी है।

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