तर्ज, होलिया में उड़े रे गुलाल
अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।
अपने मन में सदा दिवाली। अपने मन की लीला निराली।अपने मन में सदा दिवाली। अपने मन की लीला निराली। सहज होए कल्याण,गोविंद अपने हैं।अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।
भोले बोले सुनो पार्वती। अपना मन है सच्ची भक्ति।भोले बोले सुनो पार्वती। अपना मन है सच्ची भक्ति। गाओ हरी गुणगान,गोविंद अपने हैं।अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।
अपनापन है प्रेम का कारण। प्रेम से होते मोक्ष निवारण।अपनापन है प्रेम का कारण। प्रेम से होते मोक्ष निवारण। गाओ प्रेम का गान,गोविंद अपने हैं।अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।
अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।अपने हैं भगवान गोविंद अपने हैं।