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श्याम भजन लिरिक्स

Apno Ne Mujhe Baba Kabhi Kabil Na Samjha,अपनों ने कभी मुझको कभी काबिल ना समझा,shyam bhajan

अपनों ने कभी मुझको कभी काबिल ना समझा।

मैं रोते-रोते दर पर आया था ,तूने थामां मुझे। ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,

अपनों ने कभी मुझको कभी काबिल ना समझा। रिश्तो में उलझा कर उलझा के ही रखा।अपनों ने कभी मुझको कभी काबिल ना समझा। रिश्तो में उलझा कर उलझा के ही रखा। जो तू ने पकड़ा मेरा दामन था। तो मैं हंसने लगा।

ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,

तेरी बदौलत मौज करता हूं। यह पता है मुझे।तेरी बदौलत मौज करता हूं। यह पता है मुझे।ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,

तेरी बदौलत मैं तो हंसता हूं ,क्या पता है तुझे।तेरी बदौलत मैं तो हंसता हूं ,क्या पता है तुझे। जो न सोचा मैंने जो तूने दीया बाबा।जो न सोचा मैंने जो तूने दीया बाबा। मैं शूकर करूं कैसे इतना बता बाबा।

मेरी आंखों को करार आया है जब से देखा तुझे।मेरी आंखों को करार आया है जब से देखा तुझे।

ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,अपनों ने कभी मुझको कभी काबिल ना समझा। रिश्तो में उलझा कर उलझा के ही रखा। मैं भी तो हंसने लगा हूं बाबा।ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,ओ सांवरे,

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