कण कण में तेरा अवतार बता। तुझ में यह सारा संसार बसा।कण कण में तेरा अवतार बता। तुझ में यह सारा संसार बसा। दुनिया ने पिया यह अमृत है। तुझको तो विष ये अपार मिला। एक अखंड सत्य है मुरत तेरी झूठी दुनिया सारी। ओ नीलकंठ ओ महादेव ओ भोले भंडारी।ओ नीलकंठ ओ महादेव ओ भोले भंडारी। मेरी जिंदगी है बस तूने ही तो सवारी।
वो गुजरे गंगा तेरी जटा से होती। एक घर है तेरा कैलाश की चोटी।वो गुजरे गंगा तेरी जटा से होती। एक घर है तेरा कैलाश की चोटी। हो सिर पे तेरे खुद जाकर सजाए, तेरे हाथ में डमरू मुझको सुना दे। ना कहीं और मजा है, महिमा तेरी है सबसे न्यारी।ओ नीलकंठ ओ महादेव ओ भोले भंडारी। मेरी जिंदगी है बस तूने ही तो सवारी।
हो जगत सारा तुमको मृत्युंजय कहे हैं। हो रोम-रोम में मेरे महादेव बसे हैं।हो जगत सारा तुमको मृत्युंजय कहे हैं। हो रोम-रोम में मेरे महादेव बसे हैं। हो जटाधारी तुम भूतनाथ, तू महाकाल तुम विश्वनाथ, भोले आदिदेव है। तेरी ही कृपा से चले सांसे हमारी।ओ नीलकंठ ओ महादेव ओ भोले भंडारी। मेरी जिंदगी है बस तूने ही तो सवारी।ओ नीलकंठ ओ महादेव ओ भोले भंडारी। मेरी जिंदगी है बस तूने ही तो सवारी।
कण कण में तेरा अवतार बता। तुझ में यह सारा संसार बसा।कण कण में तेरा अवतार बता। तुझ में यह सारा संसार बसा। दुनिया ने पिया यह अमृत है। तुझको तो विष ये अपार मिला। एक अखंड सत्य है मुरत तेरी झूठी दुनिया सारी। ओ नीलकंठ ओ महादेव ओ भोले भंडारी।ओ नीलकंठ ओ महादेव ओ भोले भंडारी। मेरी जिंदगी है बस तूने ही तो सवारी।