तर्ज, महावीर तुम्हारे द्वारे पर
हे शिव गोरा तेरे आंगन में एक प्यारा सा बालक देखा है।हे शिव गोरा तेरे आंगन में एक प्यारा सा बालक देखा है।एक प्यारा सा बालक देखा है।एक प्यारा सा बालक देखा है।हे शिव गोरा तेरे आंगन में एक प्यारा सा बालक देखा है।
वो एक दंत दयावंत चार भुजा का धारी है।वो एक दंत दयावंत चार भुजा का धारी है। मस्तक पर है सिंदूर सोहे और मूसे की सवारी है।हे शिव गोरा तेरे आंगन में एक प्यारा सा बालक देखा है।हे शिव गोरा तेरे आंगन में एक प्यारा सा बालक देखा है।
अंधे को आंखें देते हैं कोड़ी को काया देते है।अंधे को आंखें देते हैं कोड़ी को काया देते है। बांझन को लालन देते हैं और निर्धन को माया देते हैं।हे शिव गोरा तेरे आंगन में एक प्यारा सा बालक देखा है।हे शिव गोरा तेरे आंगन में एक प्यारा सा बालक देखा है
दीन दुखियों की वह लाज रखे और सबके कष्ट मिटाते हैं।दीन दुखियों की वह लाज रखे और सबके कष्ट मिटाते हैं। वो विद्या वर को देते हैं और दुखड़े हरने वाले हैं।हे शिव गोरा तेरे आंगन में एक प्यारा सा बालक देखा है।हे शिव गोरा तेरे आंगन में एक प्यारा सा बालक देखा है
वह रिद्धि सिद्धि के दाता हैं शुभ लाभ को देने वाले हैं।वह रिद्धि सिद्धि के दाता हैं शुभ लाभ को देने वाले हैं। भक्तों की अर्जी सुनते हैं और बिगड़ी सबकी बनाते हैं।हे शिव गोरा तेरे आंगन में एक प्यारा सा बालक देखा है।हे शिव गोरा तेरे आंगन में एक प्यारा सा बालक देखा है
है शिव गोरा तेरे आंगन में एक प्यारा सा बालक देखा है।हे शिव गोरा तेरे आंगन में एक प्यारा सा बालक देखा है।एक प्यारा सा बालक देखा है।एक प्यारा सा बालक देखा है।हे शिव गोरा तेरे आंगन में एक प्यारा सा बालक देखा है।