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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Sona ri kangsi ne Rupa ri jhari gawra matho dhowe re,सोनेरी कांगसी ने रुपा री झारी, गवरा माथो धोवे रे,shiv bhajan

सोनेरी कांगसी ने रुपा री झारी, गवरा माथो धोवे रे।

सोनेरी कांगसी ने रुपा री झारी, गवरा माथो धोवे रे।सोनेरी कांगसी ने रुपा री झारी, गवरा माथो धोवे रे। हाथ पग धोए ने मेल उतार्यो मेल रो बालूडो बनायो रे। बालूडो बनायो पोलिया बिठायों गणपत नाम धरायो रे।

हेलो मारूं तो घर में आईजे पोल री रखवाली करीजे रे। इतने में आयो रावलिया जोगी, आईने अलख जगाई रे।हेलो मारूं तो घर में आईजे पोल री रखवाली करीजे रे। इतने में आयो रावलिया जोगी, आईने अलख जगाई रे।

माय मत जाओ रावलिया जोगी माता म्हारी माथो धोवे रे। इतरो सुन शंकर पासल फेकी बलूडा रो सिस उतारयो रे।माय मत जाओ रावलिया जोगी माता म्हारी माथो धोवे रे। इतरो सुन शंकर पासल फेकी बलूडा रो सिस उतारयो रे।

नहाए धोए माता हेलो मारयो गणपत माय पधारो रे। यो काई करियो रावलिया जोगी, बालूडा रो शीस उतारयो रे।नहाए धोए माता हेलो मारयो गणपत माय पधारो रे। यो काई करियो रावलिया जोगी, बालूडा रो शीस उतारयो रे।

आगे-आगे शिवजी लारे लारे गोरा वन रा वन में जावे रे। एक बन डाकियों ना दूजो बन डाकियों हथनी रो शीश उतायो रे।आगे-आगे शिवजी लारे लारे गोरा वन रा वन में जावे रे। एक बन डाकियों ना दूजो बन डाकियों हथनी रो शीश उतारयो रे।

शीश उतार्यो धर से जोड़यो हो गणपत नाम धरायो रे। ओ काकिया रे रावलिया जोगी बालूड़ा रो रूप गमायो रे।शीश उतार्यो धर से जोड़यो हो गणपत नाम धरायो रे। ओ काई किया रे रावलिया जोगी बालूड़ा रो रूप गमायो रे।

थारा रे लियोडा रहया जी अधूरा,म्हारा तो करियोडा अमर होवे रे। सगला रे पहले गणपत ने ध्यावे रिद्धि सिद्धि संग में आवे रे।थारा रे लियोडा रहया जी अधूरा,म्हारा तो करियोडा अमर होवे रे। सगला रे पहले गणपत ने ध्यावे रिद्धि सिद्धि संग में आवे रे।

सोनेरी कांगसी ने रुपा री झारी, गवरा माथो धोवे रे।सोनेरी कांगसी ने रुपा री झारी, गवरा माथो धोवे रे। हाथ पग धोए ने मेल उतार्यो मेल रो बालूडो बनायो रे। बालूडो बनायो पोलिया बिठायों गणपत नाम धरायो रे।

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