रे वीरा गुड़ की भेली लाई मैं भात नोतने आई।रे वीरा गुड़ की भेली लाई मैं भात नोतने आई।रे जीजी इब के टाल करे ना आगे ने ब्याह सगाई।
रे वीरा गुड़ की भेली दे दे, चाचा ताऊओ के भात न्योत दूं। हे जीजी गुड़ की भेली ना मिलती चाहे बिक जा घर की हवेली।
रे बीरा एकला मत ना आइए, चाचा ताऊआने गैलयां ल्याइए। अरे चाचा ताऊआ ने दिए 500 मेरे वीरा ने डेढ़ हजार।
हे बीरा चाचा ताउवाने दिए बतासे, वीरा ने जहर के लड्डू। हे चाचा ताउवाने खाए बतासे वीरा ने कुत्तिया जीमाई।हे वा तो खाते ही कुत्तिया मर गई, वीरा ने पीठ फेर ली।
रे गोरी जल्दी तपो रसोई मने भूख जोर की लागी।हो बीरा 15 सो का भात भर आया, तूं फिर भी भूखा आया।रे गोरी बाहर ते चला आया बेबे ते मिलन ना पाया।
रे बेबे 7 साल इब हो गए तब होश पीहर की आई। अरे चाचा ताऊआ कि देहल झांकती, वीरा की देहली ना आई।
जब नजर पड़ी भाई कि उन्हें झोली देख बुलाई।रे गोरी जल्दी तपो रसोई मेरी बहन मिलन ने आई।
हे बीरा लड्डू खाकर मरता तो कौन मेरा आदर करता। हे जीजी उन्न बाता ने भूल जा रे होगी बात पुरानी। जीजी तेरी भावज से मत ना कहिए तने देगी रोज उलहाने।