कब से राह तकू श्याम तेरी, क्यों ली ना खबर तूने मेरी।कब से राह तकू श्याम तेरी, क्यों ली ना खबर तूने मेरी। रुक जाएगी सांसे यह, जो तूने करी देरी।कब से राह तकू श्याम तेरी, क्यों ली ना खबर तूने मेरी। श्याम मेरे श्याम, श्याम मेरे श्याम।
मेरा कोई नहीं है सहारा ,नहीं मिलता है कोई किनारा।मेरा कोई नहीं है सहारा ,नहीं मिलता है कोई किनारा। राहे जीवन की है सब अंधेरी।क्यों ली ना खबर तूने मेरी।क्यों ली ना खबर तूने मेरी। रुक जाएगी सांसे यह, जो तूने करी देरी।कब से राह तकू श्याम तेरी, क्यों ली ना खबर तूने मेरी। श्याम मेरे श्याम, श्याम मेरे श्याम।
भक्त प्रहलाद गज को बचाया। मान द्रोपद का जाकर बढ़ाया।भक्त प्रहलाद गज को बचाया। मान द्रोपद का जाकर बढ़ाया। और होती सभा में थी देरी।क्यों ली ना खबर तूने मेरी। रुक जाएगी सांसे यह, जो तूने करी देरी।कब से राह तकू श्याम तेरी, क्यों ली ना खबर तूने मेरी। श्याम मेरे श्याम, श्याम मेरे श्याम।
तुम ही हारे का है एक सहारा, मुश्किलों में तुझे ही पुकारा।तुम ही हारे का है एक सहारा, मुश्किलों में तुझे ही पुकारा। क्यों नजरें हैं तुमने फेरी।क्यों ली ना खबर तूने मेरी। रुक जाएगी सांसे यह, जो तूने करी देरी।कब से राह तकू श्याम तेरी, क्यों ली ना खबर तूने मेरी। श्याम मेरे श्याम, श्याम मेरे श्याम।
कब से राह तकू श्याम तेरी, क्यों ली ना खबर तूने मेरी।कब से राह तकू श्याम तेरी, क्यों ली ना खबर तूने मेरी। रुक जाएगी सांसे यह, जो तूने करी देरी।कब से राह तकू श्याम तेरी, क्यों ली ना खबर तूने मेरी। श्याम मेरे श्याम, श्याम मेरे श्याम।