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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Girja chali hai bharne neer,गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर,shiv bhajan

गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर।

गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर।गगरिया सिर पे धारी , गिरिजा चली है भरने नीर। के खातिर जल ले जावे,गिरिजा चली है भरने नीर।गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर।

पहुंच गई सागर पे जा, समंदर बोला मुस्काई।पहुंच गई सागर पे जा, समंदर बोला मुस्काई। कौन की हो घरवाली,गिरिजा चली है भरने नीर।गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर। गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर।

ऊमा कहे शिव शंकर भगवान, अर्धांगिनी उनकी ही लो मान।ऊमा कहे शिव शंकर भगवान, अर्धांगिनी उनकी ही लो मान। नाम गिरिजा सुकुमारी,गिरिजा चली है भरने नीर।गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर। गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर।

रहो मत वा मोडे के संग, जोगिया पीवे चकाचक भंग।रहो मत वा मोडे के संग, जोगिया पीवे चकाचक भंग। वो पूरा नंग भिकारी,गिरिजा चली है भरने नीर।गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर। गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर।

भरे मेरे रतनन के भंडार, सौंप दूं तोको सब अधिकार।भरे मेरे रतनन के भंडार, सौंप दूं तोको सब अधिकार। बनो तुम मेरी घरवाली,गिरिजा चली है भरने नीर।गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर। गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर।

लगी जब गोली सी बोली, रूठकर पार्वती बोलीलगी जब गोली सी बोली, रूठकर पार्वती बोली। मौत तेरे सिर मंडरारी,गिरिजा चली है भरने नीर।गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर। गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर।

अधर्मी करे मती अवनीत, बुरी है पर तिरिया से प्रीतअधर्मी करे मती अवनीत, बुरी है पर तिरिया से प्रीत।दुष्ट तेरी मौत है आरी,गिरिजा चली है भरने नीर।गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर। गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर।

लाडली हिमाचल की धीय ,बात सब महादेव से की।लाडली हिमाचल की धीय ,बात सब महादेव से की। सागर मथ रतन निकारी,,गिरिजा चली है भरने नीर।गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर। गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर।

गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर।गगरिया सिर पे धारी , गिरिजा चली है भरने नीर। के खातिर जल ले जावे,गिरिजा चली है भरने नीर।गगरिया सिर पे धारी, गिरिजा चली है भरने नीर।

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