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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Vrindavan Jaane Ki mere man mein aari hai,वृंदावन जाने की मेरे मन में आरी है चल ले चल री गौरा वहां दुनिया जा रही है,shiv bhajan

वृंदावन जाने की मेरे मन में आरी है,
चल ले चल री गौरा वहां दुनिया जा रही है,

वृंदावन जाने की मेरे मन में आरी है,
चल ले चल री गौरा वहां दुनिया जा रही है,
चल ले चल री गौरा वहाँ दुनिया जा रही हैं।



वहां नर नहीं जाते हैं, वहां नारी जाती हैं,
मेरी नारी बनने की, मेरे मन में आरी है,
चल ले चल री गौरा वहाँ दुनिया जा रही है।वृंदावन जाने की मेरे मन में आरी है,
चल ले चल री गौरा वहां दुनिया जा रही है,



वहां डमरु नहीं बजता, वहां मुरली बजती है,
मेरे मुरली सुनने की, बड़ी मन में आ रही है,
चल ले चल री गौरा, वहाँ दुनिया जा रही है।वृंदावन जाने की मेरे मन में आरी है,
चल ले चल री गौरा वहां दुनिया जा रही है,




वहां भांग नहीं मिलती, माखन मिलता है,
मेरे माखन खाने की, बड़ी मन में आ रही है,
चल ले चल री गौरा, वहां दुनिया जा रही है।वृंदावन जाने की मेरे मन में आरी है,
चल ले चल री गौरा वहां दुनिया जा रही है,



वहां तांडव नहीं होता, वहां रास होता है,
मेरे रास देखने की, बड़ी मन में आ रही है,
चल ले चल री गौरा, वहां दुनिया जा रही हैवृंदावन जाने की मेरे मन में आरी है,
चल ले चल री गौरा वहां दुनिया जा रही है,



वृंदावन जाने की, मेरे मन में आरी है,
चल ले चल री गौरा, वहां दुनिया जा रही है,
चल ले चल री गौरा, वहां दुनिया जा रही है।वृंदावन जाने की मेरे मन में आरी है,
चल ले चल री गौरा वहां दुनिया जा रही है,

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