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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Kanha o kanha tera bhed kisi ne na jana,कान्हा ओ कान्हा तेरा भेद किसी ने ना जाना,krishna bhajan

कान्हा ओ कान्हा तेरा भेद किसी ने ना जाना।

कान्हा ओ कान्हा तेरा भेद किसी ने ना जाना।कान्हा ओ कान्हा तेरा भेद किसी ने ना जाना। राधा ओ राधा राधे श्याम जगत ने जाना।कान्हा ओ कान्हा तेरा भेद किसी ने ना जाना।कान्हा ओ कान्हा तेरा भेद किसी ने ना जाना।

तुमको कहां है सुध बुध मेरी, तुम ठाकुर में तुम्हरी चेरी । प्रेम में कोई ना छोटा बड़ा है मन मंदिर में मूरत तेरी।तुमको कहां है सुध बुध मेरी, तुम ठाकुर में तुम्हरी चेरी । प्रेम में कोई ना छोटा बड़ा है मन मंदिर में मूरत तेरी।मन मंदिर में मूरत तेरी। जानबूझकर है तुझको आता है मुझको सताना।

अधर धरा में सौतन मुरली, जलन अग्न में राधा जल ली। बंसी की धुन राधे कृष्ण सुनाएं, प्रेम राग धारा बरसाए।अधर धरा में सौतन मुरली, जलन अग्न में राधा जल ली। बंसी की धुन राधे कृष्ण सुनाएं, प्रेम राग धारा बरसाए।प्रेम राग धारा बरसाए। मीठी मीठी बतिया से आता है तुम्हें बहलाना।

मैं तो कारों तुम हो गोरी, रंग का भेद करे बृज की छोरी ताने ना मारो ऐसे कन्हैया, राधा की नैया कि तुम हो खिवाइया।मैं तो कारों तुम हो गोरी, रंग का भेद करे बृज की छोरी। ताने ना मारो ऐसे कन्हैया, राधा की नैया कि तुम हो खिवाइया।राधा की नैया कि तुम हो खिवाइया। सुझा नहीं कोई उपाय तुमको था समझाना। धूल छमा प्रभु जान लिया रूप अनूप तुम्हारा।

हरे कृष्णा हरे कृष्णा राधे कृष्णा हरे कृष्णा हरे राम हरे। हरे राम हरे हरे कृष्णा हरे।हरे राम हरे हरे कृष्णा हरे।हरे राम हरे हरे कृष्णा हरे।हरे राम हरे हरे कृष्णा हरे।हरे राम हरे हरे कृष्णा हरे।हरे राम हरे हरे कृष्णा हरे।हरे राम हरे हरे कृष्णा हरे।हरे राम हरे हरे कृष्णा हरे।

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