कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।
कभी लाए ना लड्डू और पेड़ा।कभी लाए ना लड्डू और पेड़ा।कभी लाए ना लड्डू और पेड़ा। खुद तो खाते हो भांग हे भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।
कभी लाए ना रेशम की साड़ी।कभी लाए ना रेशम की साड़ी।कभी लाए ना रेशम की साड़ी। तुम तो पहनो मृगछाल है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।
कभी पिया ना दूध मन भर के।कभी पिया ना दूध मन भर के।कभी पिया ना दूध मन भर के।कभी पिया ना दूध मन भर के। सदा घोटी है भांग हे भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।
कभी बैठी ना कार मोटर में।कभी बैठी ना कार मोटर में।कभी बैठी ना कार मोटर में।कभी बैठी ना कार मोटर में। बस बैल पर सवार है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।
कभी सोई ना डबल बेड पर।कभी सोई ना डबल बेड पर।कभी सोई ना डबल बेड पर।कभी सोई ना डबल बेड पर। बरफो के पहाड़ हे भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।
बात मानी ना माता-पिता की।बात मानी ना माता-पिता की।बात मानी ना माता-पिता की।बात मानी ना माता-पिता की।बात मानी ना माता-पिता की। छूटा बाबुल का राज है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।
यहां मिला ना कोई परिवार में।यहां मिला ना कोई परिवार में।यहां मिला ना कोई परिवार में।यहां मिला ना कोई परिवार में। करूं किस से दिल की बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।
कभी नहीं पहने हार हवेले।कभी नहीं पहने हार हवेले।कभी नहीं पहने हार हवेले। बस काले काले नाग हे भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।कभी पूछी ना बात है भोलेनाथ।