तर्ज, फिरकी वाली
ओ बम बम भोले डमरू तेरा बोले ये भेद सारे खोले ,तू सबसे महान है। के तेरे हाथो में जगत की कमान है।ओ बम बम भोले डमरू तेरा बोले ये भेद सारे खोले ,तू सबसे महान है के तेरे हाथो में जगत की कमान है।
ओ भंडारी तेरी लीला है न्यारी, तू है त्रिपुरारी,
करे कल्याण है। के तेरे हाथों में जगत की कमान है।ओ भंडारी तेरी लीला है न्यारी, तू है त्रिपुरारी,
करे कल्याण है। के तेरे हाथों में जगत की कमान है,
पहले भी तूने वरदान ये दिए थे,
तुम हो बड़े ही दानी। तेरी महिमा को बाबा,
हम सब क्या जानें, हम तो बड़े है अज्ञानी।
हे शिवशंकर भोले भाले तेरे खेल निराले।
गंगा धारी कहे दुनिया सारी जगत में प्यारी,
प्रभु तेरी शान है। के तेरे हाथो में जगत की कमान है,
कण कण के अंदर बाबा तुम तो बसे हो,
भोले नाथ जी कैलासी।मुझको भी स्वामी,
आके दर्शन दिखाओ अंखियां मेरी है,
प्यासी। अंतर्यामी, अंतर्यामी जगत के,
स्वामी, कहलाते अविनाशी। बम भोले
बिहारी, सबका हितकरी, चरण में तिहारी,
पड़ा ये जहान है। के तेरे हाथों में जगत
की कमान है।
ओ बम बम भोले डमरू तेरा बोले ये भेद सारे खोले ,तू सबसे महान है के तेरे हाथो में जगत की कमान है।ओ बम बम भोले डमरू तेरा बोले ये भेद सारे खोले ,तू सबसे महान है के तेरे हाथो में जगत की कमान है।