तर्ज, तारों का चमकता चेहरा हो
शिव मेरे भोले भाले हो, भक्तों के दिल में छाए हो। खुश हो जाते हो भक्तों से देवों के देव निराले हो।शिव मेरे भोले भाले हो, भक्तों के दिल में छाए हो।
यह सर्प तुम्हारे जेवर है, यह चांद भी लगता है प्यारा। तुम क्रोधित जब हो जाते हो शिवलोक में कंपन उठता है।यह सर्प तुम्हारे जेवर है, यह चांद भी लगता है प्यारा। तुम क्रोधित जब हो जाते हो शिवलोक में कंपन उठता है। सारे देव भी तुमको है पूजे तुम चंदन भस्म लगाते हो।खुश हो जाते हो भक्तों से देवों के देव निराले हो।शिव मेरे भोले भाले हो, भक्तों के दिल में छाए हो।
दुखियों के कष्टों को हर लो फिर, गम ना किसी के पास आए। ना झोली किसी की हो खाली, दिल कभी किसी का ना टूटे। भक्तों को खुश रखना हर पल तुम सबसे बड़े दयालु हो।खुश हो जाते हो भक्तों से देवों के देव निराले हो।शिव मेरे भोले भाले हो, भक्तों के दिल में छाए हो।
शिव मेरे भोले भाले हो, भक्तों के दिल में छाए हो। खुश हो जाते हो भक्तों से देवों के देव निराले हो।शिव मेरे भोले भाले हो, भक्तों के दिल में छाए हो।