जटा से गंगा टपके ओ डमरू वाले ।जटा से गंगा टपके ओ डमरू वाले ।जटा से गंगा टपके ओ डमरू वाले ।जटा से गंगा टपके ओ डमरू वाले ।
कानों में बिच्छू के कुंडल प्यारे। माथे पे चन्दा से जग उजियारे।कानों में बिच्छू के कुंडल प्यारे। माथे पे चन्दा से जग उजियारे। नशे में भांग गटके ओ डमरू वाले ।जटा से गंगा टपके ओ डमरू वाले ।जटा से गंगा टपके ओ डमरू वाले ।
हाथों में त्रिशूल नेत्र तेरे तीन जी। डम डम डमरू बाजे बाज रही बीन जी।हाथों में त्रिशूल नेत्र तेरे तीन जी। डम डम डमरू बाजे बाज रही बीन जी। गौरा के संग मटके ओ डमरू वाले।जटा से गंगा टपके ओ डमरू वाले ।जटा से गंगा टपके ओ डमरू वाले ।
अंग भभूति सोहे ओढ़े मृगछाला जी ।रूप है विशाल भोले नंदी पे सवार जी।अंग भभूति सोहे ओढ़े मृगछाला जी ।रूप है विशाल भोले नंदी पे सवार जी। भुजंग अंग लटके ओ डमरू वाले।जटा से गंगा टपके ओ डमरू वाले ।जटा से गंगा टपके ओ डमरू वाले ।
महिमा है अपार कोई पार नही पाये जी। चरणों में विनती दर्शन देना बारम्बार जी।महिमा है अपार कोई पार नही पाये जी। चरणों में विनती दर्शन देना बारम्बार जी। भक्तों का मन अटके ओ डमरू वाले ।जटा से गंगा टपके ओ डमरू वाले ।जटा से गंगा टपके ओ डमरू वाले ।