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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Bhole ka dar,मुझको तू ले चल साधु भोले के दर पे,shiv bhajan

मुझको तू ले चल साधु भोले के दर पे

बस्ते कहा भोले किस को खबर है,
मुझको तू ले चल साधु भोले के दर पे ।



धूल चरणों की तेरी माथे से लगाउ मैं,
त्याग भी दू प्राण को अपने कैसे तुझको मनाऊ में।धूल चरणों की तेरी माथे से लगाउ मैं,
त्याग भी दू प्राण को अपने कैसे तुझको मनाऊ में।क्या क्या रे बीती मुझपे भोले,
कैसे मैं तुझको सुनाऊ रे





रंग ले तू मुझको भोले अपने ही रंग मैं,
मुझको तू ले चल साधु भोले के दर पे।बस्ते कहा भोले किस को खबर हैं,
मुझको तू ले चल साधु भोले के दर पे।



माया के मजधार में भोले, तू ही है मेरा किनारा,
जाने किस किस रूप में तू, बनता मेरा सहारा।
‌माया के मजधार में भोले, तू ही है मेरा किनारा,
जाने किस किस रूप में तू, बनता मेरा सहारा।
गुरु मेरा गुरुर तू ही है,
तुझपे सदके जाऊ रे,




सब मेरे पास भोले, हाथ तेरा जो सर पे,
मुझको तू ले चल साधु, भोले के दर पे।
बस्ते कहा भोले, किस को खबर हैं,
मुझको तू ले चल साधु, भोले के दर पे।

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