सखी बिछुड़े श्याम मिले कैसे।सखी बिछुड़े श्याम मिले कैसे।सखी बिछुड़े श्याम मिले कैसे।
पानी जो गिरे वो छत में गिरे।पानी जो गिरे वो छत में गिरे।पानी जो गिरे वो छत में गिरे।पानी जो गिरे वो छत में गिरे। आकाश गिरे तो थमे कैसे, सखी बिछड़े श्याम मिले कैसे।सखी बिछुड़े श्याम मिले कैसे।
कपड़ा जो फटे दर्जी ने सीले।कपड़ा जो फटे दर्जी ने सीले।कपड़ा जो फटे दर्जी ने सीले।कपड़ा जो फटे दर्जी ने सीले। सखी मन जो फटे सिले कैसे।सखी बिछुड़े श्याम मिले कैसे,सखी बिछुड़े श्याम मिले कैसे।
कपड़ा जो धुले साबुन से धुलें।कपड़ा जो धुले साबुन से धुलें।कपड़ा जो धुले साबुन से धुलें।कपड़ा जो धुले साबुन से धुलें।सखी मन की मैल धुले कैसे।सखी बिछुड़े श्याम मिले कैसे,सखी बिछुड़े श्याम मिले कैसे।
परदेश गए हों तो आश करूँ।परदेश गए हों तो आश करूँ।परदेश गए हों तो आश करूँ।परदेश गए हों तो आश करूँ। दुनियां से गए तो मिले कैसे। सखी बिछूड़े श्याम मिले कैसे।सखी बिछुड़े श्याम मिले कैसे,