आज यमुना के तीर पर, लियो गोपी को चीर हर, मुरली बजाने वाले दिल को चुराने वाले। अब तो बजा ले मुरली यमुना पर बुलाने वाले।
मुरली बजाईयो आ गयो।मुरली बजाईयो आ गयो।मुरली बजाईयो आ गयो।मुरली बजाईयो आ गयो।ले कोरी बांस, भर प्रेम सांस, वह मीठी मुरली बजा गयो।मुरली बजाईयो आ गयो।मुरली बजाईयो आ गयो।
कभी बैठ कर डाल कदम की मीठी राग सुनाएं। मस्त मगन गोपी के ऊपर ठंडो नीर उड़ाए।कभी बैठ कर डाल कदम की मीठी राग सुनाएं। मस्त मगन गोपी के ऊपर ठंडो नीर उड़ाए। राधा को माखन खा गयो, ग्वालों के मन को भा गयो।राधा को माखन खा गयो, ग्वालों के मन को भा गयो।।ले कोरी बांस, भर प्रेम सांस, वह मीठी मुरली बजा गयो।मुरली बजाईयो आ गयो।मुरली बजाईयो आ गयो।
यमुना तट पर आज लुटेरों सबके मन को लूटे। ऐसे बांधे प्रेम के धागे जन्म जन्म नहीं छूटे।यमुना तट पर आज लुटेरों सबके मन को लूटे। ऐसे बांधे प्रेम के धागे जन्म जन्म नहीं छूटे। राधा को सैया आ गयो, जग को लुटाइयों आ गयो।राधा को सैया आ गयो, जग को लुटाइयों आ गयो।
मुरली बजाईयो आ गयो।मुरली बजाईयो आ गयो।मुरली बजाईयो आ गयो।मुरली बजाईयो आ गयो।ले कोरी बांस, भर प्रेम सांस, वह मीठी मुरली बजा गयो।मुरली बजाईयो आ गयो।मुरली बजाईयो आ गयो।