तर्ज,कैसे सपरी ओ रामा
पी गए पी गए भोलेनाथ पी गए सारी भंगिया।पी गए पी गए भोलेनाथ पी गए सारी भंगिया। सारी भंगिया ओ भोले सारी भंगिया।पी गए पी गए भोलेनाथ पी गए सारी भंगिया।
गौरा पीसे दिन और रात भंगिया पी गए भोलेनाथ।गौरा पीसे दिन और रात भंगिया पी गए भोलेनाथ। बजा के डमरू नाच रहे हैं झूमे है कैलाश।पी गए पी गए भोलेनाथ पी गए सारी भंगिया।पी गए पी गए भोलेनाथ पी गए सारी भंगिया।
कोई बजाए ढोल तंबूरा कोई बजाए झांझ मंजीरा।कोई बजाए ढोल तंबूरा कोई बजाए झांझ मंजीरा। सारे नशे में चूर भांग के नाचे दे दे ताल।पी गए पी गए भोलेनाथ पी गए सारी भंगिया।पी गए पी गए भोलेनाथ पी गए सारी भंगिया।
माथे का चंदा मुस्काए गंगा जमुना ताली बजाए।माथे का चंदा मुस्काए गंगा जमुना ताली बजाए। शोभा बरनी ना जाए भक्तों जोगी ऐसे कमाल।पी गए पी गए भोलेनाथ पी गए सारी भंगिया।पी गए पी गए भोलेनाथ पी गए सारी भंगिया।
पी गए पी गए भोलेनाथ पी गए सारी भंगिया।पी गए पी गए भोलेनाथ पी गए सारी भंगिया। सारी भंगिया ओ भोले सारी भंगिया।पी गए पी गए भोलेनाथ पी गए सारी भंगिया।