आवन की जी मन भावन की,
कोई मण कहियो रे साँवरियो घर आवन की।कोई मण कहियो रे साँवरियो घर आवन की,
आवन की जी मन भावन की,
कोई मण कहियो रे साँवरियो घर आवन की।
आप ना आये सांवरियां लिख नहीं भेजियो,
बात करि रे ललचावन की,
कोई मण कहियो रे साँवरियो घर आवन की,
आवन की जी मन भावन की,
कोई मण कहियो रे साँवरियो घर आवन की।
आह कहु कुछ बस नहीं मेरो,
बस नहीं मेरो संवारा बस नहीं मेरो,
नदियां बही रे जल सावन की ,कोई मण कहियो रे साँवरियो घर आवन की,
आवन की जी मन भावन की,
कोई मण कहियो रे साँवरियो घर आवन की।
आवन की जी मन भावन की,
कोई मण कहियो रे साँवरियो घर आवन की।कोई मण कहियो रे साँवरियो घर आवन की,
आवन की जी मन भावन की,
कोई मण कहियो रे साँवरियो घर आवन की।