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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Shiv Shankar Ne Damru bajaya Parvat per Anand Chhaya,शिव शंकर ने डमरू बजाया, पर्वत पर आनंद छाया,shiv bhajan

शिव शंकर ने डमरू बजाया, काशी में आनंद छाया।

शिव शंकर ने डमरू बजाया, पर्वत पर आनंद छायाशिव शंकर ने डमरू बजाया, पर्वत पर आनंद छाया।

शिव शंकर ने डमरू बजाया, काशी में आनंद छायाशिव शंकर ने डमरू बजाया, काशी में आनंद छाया।शिव शंकर ने डमरू बजाया, पर्वत पर आनंद छाया।शिव शंकर ने डमरू बजाया, पर्वत पर आनंद छाया।

भोले पीते हैं भंग शीश बहती है गंग।भोले पीते हैं भंग शीश बहती है गंग। डमरू की तान पर लुभाया,पर्वत पर आनंद छाया।शिव शंकर ने डमरू बजाया, पर्वत पर आनंद छाया।शिव शंकर ने डमरू बजाया, काशी में आनंद छाया।

भस्म तन पे रमाए ओढ़ मृगछाला आए।भस्म तन पे रमाए ओढ़ मृगछाला आए। सर्पों का जनेऊ बनाया पर्वत पर आनंद छाया।शिव शंकर ने डमरू बजाया, काशी में आनंद छाया।शिव शंकर ने डमरू बजाया, काशी में आनंद छाया।

बाये गिरजा बिराजे दाएं गणपति बिराजेबाये गिरजा बिराजे दाएं गणपति बिराजे। ऐसा सुंदर भेष बनाया पर्वत पर आनंद छाया।शिव शंकर ने डमरू बजाया, पर्वत पर आनंद छाया।शिव शंकर ने डमरू बजाया, पर्वत पर आनंद छाया।

शिव शंकर महाराज रखो भक्तों की लाज।शिव शंकर महाराज रखो भक्तों की लाज। तेरे भक्तों ने भजन है गाया पर्वत पर आनंद छाया। शिव शंकर ने डमरू बजाया पर्वत पर आनंद छाया। शिव शंकर ने डमरू बजाया पर्वत पर आनंद छाया।

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