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राम भजन लिरिक्स

Raghv ji kohbar bihari dhithayi maaf kije hamari,राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी,ram bhajan

राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।

राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।

हम सब सिया जी की सखियां सहेलियां।हम सब सिया जी की सखियां सहेलियां। हम कोई सरहज कोई साली,ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।

द्वार की छिकायी यहां नेग कुछ लागे।द्वार की छिकायी यहां नेकुछ लागे। जल्दी से लीजो निकारी,ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।

नेग नहीं लाए हम तो मुनि संग आए।नेग नहीं लाए हम तो मुनि संग आए।वन के कमंडल उठारी,ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।

बिना चुकाए कछु जाने नहीं दई हो।बिना चुकाए कछु जाने नहीं दई हो।देंगी हजारन गारी,ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।

कर दे प्रबंध कछु गिरवी आप रख के।कर दे प्रबंध कछु गिरवी आप रख के।बेचहुं बहिन महतारी,ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।

अथवा सिया के पग शीश झुकाहूं।अथवा सिया के पग शीश झुकाहूं।बन के प्रेम पुजारी,ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।

अरे हम तो सिया के पग शीश झुकावे।अरे हम तो सिया के पग शीश झुकावे। और तुम बजाओ कर तारी,ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।

राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।राघव जी को कोहबर बिहारी, ढीठाई माफ कीजे हमारी।

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