खाटू में श्याम बैठा नीले की है सवारी। शोभा कहूं क्या उनकी मैं जाऊं वारी वारी।खाटू में श्याम बैठा नीले की है सवारी। शोभा कहूं क्या उनकी मैं जाऊं वारी वारी।खाटू में श्याम बैठा।
मोर मुकुट देखो सिर पर रखा है इस अदा से। करुणा बरस रही है करुणा भरी निगाह से।मोर मुकुट देखो सिर पर रखा है इस अदा से। करुणा बरस रही है करुणा भरी निगाह से। बिन मोल बिक गया हूं जबसे छवि निहारी।खाटू में श्याम बैठा नीले की है सवारी। शोभा कहूं क्या उनकी मैं जाऊं वारी वारी।खाटू में श्याम बैठा।
चुन-चुन के कलियां फूलों से बाबा तुमहे सजाया।इत्र की खुशबुओं से गुलशन को भी महकाया।चुन-चुन के कलियां फूलों से बाबा तुमहे सजाया।इत्र की खुशबुओं से गुलशन को भी महकाया। तुम सेठ है हमारा तेरे दर के हम भिखारी।खाटू में श्याम बैठा नीले की है सवारी। शोभा कहूं क्या उनकी मैं जाऊं वारी वारी।खाटू में श्याम बैठा।
दानी ना तेरे जैसा दुनिया में कोई आया। एक पल भी ना सकपकाया क्षणभर भी ना घबराया।दानी ना तेरे जैसा दुनिया में कोई आया। एक पल भी ना सकपकाया क्षणभर भी ना घबराया। दे डाला शीश दान में बना श्याम का अवतारी।खाटू में श्याम बैठा नीले की है सवारी। शोभा कहूं क्या उनकी मैं जाऊं वारी वारी।खाटू में श्याम बैठा।
जिसने भी तुमको ध्याया, उसने ही तुमको पाया। ओ मेरे श्याम सांवरे तूने मुझको क्यों रुलाया।जिसने भी तुमको ध्याया, उसने ही तुमको पाया। ओ मेरे श्याम सांवरे तूने मुझको क्यों रुलाया। तेरे दर पर मैं पडा हूं कब आएगी मेरी बारी।खाटू में श्याम बैठा नीले की है सवारी। शोभा कहूं क्या उनकी मैं जाऊं वारी वारी।खाटू में श्याम बैठा।
खाटू में श्याम बैठा नीले की है सवारी। शोभा कहूं क्या उनकी मैं जाऊं वारी वारी।खाटू में श्याम बैठा नीले की है सवारी। शोभा कहूं क्या उनकी मैं जाऊं वारी वारी।खाटू में श्याम बैठा।