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श्याम भजन लिरिक्स

tumhe khatu me aakar deewana dhundh raha,तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा,shyam bhajan

तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा।

तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा।तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा। तू कहां मिलेगा उसे वह ठिकाना ढूंढ रहा।तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा।तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा।

पहली दफा तेरी महिमा सुनकर प्रेमी तेरे दर आया है। वह हारा मन में यह सोचे तूने ही उसको बुलाया है।पहली दफा तेरी महिमा सुनकर प्रेमी तेरे दर आया है। वह हारा मन में यह सोचे तूने ही उसको बुलाया है। तुम्हें भेंट चढ़ाने को नजराना ढूंढ रहा।तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा।तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा।

खाटू के कीर्तन के आनंद की हर बात निराली है। चारों तरफ तेरे नाम की महिमा रौनक जैसे दिवाली है।खाटू के कीर्तन के आनंद की हर बात निराली है। चारों तरफ तेरे नाम की महिमा रौनक जैसे दिवाली है। तेरे नाम की मस्ती का पैमाना ढूंढ रहा।तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा।तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा।

कर के दर्शन तेरा बाबा कुछ ना जुबा से वह बोल सका। तन से वह दुनिया में घूमे दिल उसका खाटू में लगा।कर के दर्शन तेरा बाबा कुछ ना जुबा से वह बोल सका। तन से वह दुनिया में घूमे दिल उसका खाटू में लगा। तुझमे खोकर आदि अब तुमको ढूंढ रहा।तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा।तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा।

तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा।तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा। तू कहां मिलेगा उसे वह ठिकाना ढूंढ रहा।तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा।तुम्हें खाटू में आकर दीवाना ढूंढ रहा।

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