गरीबी चीज गजब की है अगर कहीं श्याम सा यार मिले।गरीबी चीज गजब की है अगर कहीं श्याम सा यार मिले।
जब जब मोटा पैसा आता। बंदा भूल हरि को जाता।जब जब मोटा पैसा आता। बंदा भूल हरि को जाता। लेकिन निर्धन तो यह चाहता सुदामा सास का तार मिले।गरीबी चीज गजब की है अगर कहीं श्याम सा यार मिले।गरीबी चीज गजब की है अगर कहीं श्याम सा यार मिले।
जब कभी भूखा सोना पड़ता। बंदा ऊपर आले से लड़ता।जब कभी भूखा सोना पड़ता। बंदा ऊपर आले से लड़ता। भूख से कुछ भी नहीं बिगड़ता मोहन सा दरबार मिले।गरीबी चीज गजब की है अगर कहीं श्याम सा यार मिले।गरीबी चीज गजब की है अगर कहीं श्याम सा यार मिले।
समय चाहे कितना माडा आए। निर्धन राम को नहीं बुलाए।समय चाहे कितना माडा आए। निर्धन राम को नहीं बुलाए। उल्टा दुगना आनंद पाए अगर भगवान का प्यार मिले।गरीबी चीज गजब की है अगर कहीं श्याम सा यार मिले।गरीबी चीज गजब की है अगर कहीं श्याम सा यार मिले।
तगड़ी कहलाती है माया। इसने अपना खेल रचाया।तगड़ी कहलाती है माया। इसने अपना खेल रचाया। कमल सिंह जिसने खुद को तपाया हरी का तब दीदार मिले।गरीबी चीज गजब की है अगर कहीं श्याम सा यार मिले।गरीबी चीज गजब की है अगर कहीं श्याम सा यार मिले।