यह जो खुशियों की छाई है लहर, यह जो खुशियों की छाई है लहर, की बाबा मेरे घर आया है । आज भजनों का हो गया असर,की बाबा मेरे घर आया है ।
जहां भी प्रभु का कीर्तन किया जाता है। ज्योत जगते ही खाटू धाम बन जाता है।जहां भी प्रभु का कीर्तन किया जाता है। ज्योत जगते ही खाटू धाम बन जाता है।दिख रहा ग्यारस का असर,की बाबा मेरे घर आया है ।आज भजनों का हो गया असर,की बाबा मेरे घर आया है ।
कैसे करूं स्वागत समझ नहीं आता है, मिलने को आया जो जग को चलाता है।कैसे करूं स्वागत समझ नहीं आता है, मिलने को आया जो जग को चलाता है।आज दिन है बड़ा बेहतर,की बाबा मेरे घर आया है ।आज भजनों का हो गया असर,की बाबा मेरे घर आया है ।
एक बात हमने यह दुनिया से जानी हैं, हारे को जिताना इसकी आदत पुरानी है।एक बात हमने यह दुनिया से जानी हैं, हारे को जिताना इसकी आदत पुरानी है।आज सबको मिलेगा झोली भर,की बाबा मेरे घर आया है ।आज भजनों का हो गया असर,की बाबा मेरे घर आया है ।
सब भक्तों के संग अमरीश गाता है, बार-बार मिलने की आरज लगाता है।सब भक्तों के संग अमरीश गाता है, बार-बार मिलने की अरज लगाता है। मत करो किसी बात की फिकर कि बाबा मेरे घर आया है। आज भजनों का हो गया असर कि बाबा मेरे घर आया है।
यह जो खुशियों की छाई है लहर, यह जो खुशियों की छाई है लहर, की बाबा मेरे घर आया है । आज भजनों का हो गया असर,की बाबा मेरे घर आया है ।