Categories
krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

barse prem ras barse sakhi vrindavan me,बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में,krishna bhajan

बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।

बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।

एरी वृंदावन में हां री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।

ये रस बरसा यमुना किनारे।ये रस बरसा यमुना किनारे।ये रस बरसा यमुना किनारे।ये रस बरसा यमुना किनारे।ये रस बरसा यमुना किनारे।गोपी गोपियां तरसे सखिरी वृंदावन में।

बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।एरी वृंदावन में हां री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।

मेरे बांके बिहारी की नजर से सखिरी वृंदावन में।मेरे बांके बिहारी की नजर से सखिरी वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।एरी वृंदावन में हां री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।

जो इस रस में भीग गया है।जो इस रस में भीग गया है।जो इस रस में भीग गया है।जो इस रस में भीग गया है।अरे तन मन उसका हरसे,सखिरी वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।एरी वृंदावन में हां री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।

रस में भीग हुवा जब पागल।रस में भीग हुवा जब पागल।रस में भीग हुवा जब पागल।रस में भीग हुवा जब पागल।चित्र विचित्र क्यों तरसे,सखिरी वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।एरी वृंदावन में हां री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।बरसे प्रेम रस बरसे सखी री वृंदावन में।

Leave a comment