Categories
राधा भजन लिरिक्स radha bhajan lyrics

radha radha japte japte tan se nikle pran re,राधा राधा जपते जपते तन से निकले प्राण रे

राधा राधा जपते जपते तन से निकले प्राण रे

राधा राधा जपते जपते, श्री राधा राधा जपते जपते तन से निकले प्राण रे। लाडली बस इतना है मेरा अंतिम अरमान रे।लाडली बस इतना है मेरा अंतिम अरमान रे।

राधा राधा राधा राधा,राधा राधा राधा राधा,राधा राधा राधा राधा,राधा राधा राधा राधा,राधा राधा राधा राधा,राधा राधा राधा राधा,राधा राधा राधा राधा,

जीवन व्यर्थ बिताया मैंने भजन किया ना एक पल।जीवन व्यर्थ बिताया मैंने भजन किया ना एक पल।जीवन व्यर्थ बिताया मैंने भजन किया ना एक पल। तुम ही बताओ श्यामा प्यारी तेरी माया का छल। समझ चुका भली-भांति जग की झूठी सारी शान रे।लाडली बस इतना है मेरा अंतिम अरमान रे।लाडली बस इतना है मेरा अंतिम अरमान रे।

राधा राधा जपते जपते, श्री राधा राधा जपते जपते तन से निकले प्राण रे। लाडली बस इतना है मेरा अंतिम अरमान रे।लाडली बस इतना है मेरा अंतिम अरमान रे।

राधा राधा राधा राधा,राधा राधा राधा राधा,राधा राधा राधा राधा,राधा राधा राधा राधा,राधा राधा राधा राधा,राधा राधा राधा राधा,राधा राधा राधा राधा,राधा राधा राधा राधा,राधा राधा राधा राधा,

जपता रहूं दिन-रात सदा में राधा नाम की माला।जपता रहूं दिन-रात सदा में राधा नाम की माला।जपता रहूं दिन-रात सदा में राधा नाम की माला। राधा नाम की मस्ती में मन मेरा हुआ मतवाला। राधा नाम से होवे मेरी जग में अब पहचान रे।लाडली बस इतना है मेरा अंतिम अरमान रे।लाडली बस इतना है मेरा अंतिम अरमान रे।

राधा राधा जपते जपते, श्री राधा राधा जपते जपते तन से निकले प्राण रे। लाडली बस इतना है मेरा अंतिम अरमान रे।लाडली बस इतना है मेरा अंतिम अरमान रे।

वृंदावन गोवर्धन महाबन, बरसाना और रावन।व्रज भूमि में दोनों सरावे बन के तेरा पागल।वृंदावन गोवर्धन महाबन, बरसाना और रावन।व्रज भूमि में दोनों सरावे बन के तेरा पागल। जोग समाधि जप तप साधन,चित्र विचित्र ज्ञान रे।लाडली बस इतना है मेरा अंतिम अरमान रे।लाडली बस इतना है मेरा अंतिम अरमान रे।

Leave a comment