इतना बलवानी तूं होकर दानी शीश श्याम को कर डाला। तुझ्से खुश होकर मोहन ने तेरा नाम श्याम ही कर डाला।
मैने सुना तेरे बारे में,तुम हारे के सहारे हो।में आया तेरे द्वारे,मुझे आजा लेने रिंगस के उस मोड़ पे बाबा खाटू श्याम रे।में खड़ा दोपहरी तपत पड़ी मेरा श्याम सवेरा कर डाला।तुझ्से खुश होकर मोहन ने तेरा नाम श्याम ही कर डाला।
इतना बलवानी तूं होकर दानी शीश श्याम को कर डाला। तुझ्से खुश होकर मोहन ने तेरा नाम श्याम ही कर डाला।
हो न फिरूं नेहरा नेहरा मेरा बाबा श्याम कहता,पूछते है लोग,चलो हमको बता कहा रहता है तेरा श्याम धनी खाटू वाला।मैंने बोला जो भी दर्शन करने धाम शिखर तक जाएगा।मेरे मोरवी नंदन खाटू के उस धाम पे दर्शन पाएगा।
इतना बलवानी तूं होकर दानी शीश श्याम को कर डाला। तुझ्से खुश होकर मोहन ने तेरा नाम श्याम ही कर डाला।
मैंने सुना है हजारों से बाबा तीन बाण भुजा धारी।मुझे सामने बुला ले मुझे देखना है एक बारी।तेरे दर्शन को तरसे नैन मेरे अब भीतर मुझे बुला ले। जब भी महसूस करूं बाबा तूं आके गले लगा लेना। इस गरीब की जिंदगी में बाबा तूने चमत्कार सा कर डाला।तुझ्से खुश होकर मोहन ने तेरा नाम श्याम ही कर डाला।
इतना बलवानी तूं होकर दानी शीश श्याम को कर डाला। तुझ्से खुश होकर मोहन ने तेरा नाम श्याम ही कर डाला।