तर्ज, क्या खूब लगती हो
एक बात कहूं मैया पर जी घबराए से।एक बरसाने की छोरी मने रोज बुलावे से। और देखें मेरी बाट घाट पर बैठी पावे से।एक बात कहूं मैया पर जी घबराए से।एक बात कहूं मैया पर जी घबराए से।
घणी सूरत भोली भाली, हां भाली। मेरे मन में बस गई मैया बाकी अदा निराली। चंद्रमा सी शान मात मने ज्यादा भावे से।और देखें मेरी बाट घाट पर बैठी पावे से।एक बात कहूं मैया पर जी घबराए से।एक बात कहूं मैया पर जी घबराए से।
जब जमुना जी पर जाऊं, हां जाऊं। जा पास में बैठु कर बहुत घणा शरमाऊं। तिरछी तिरछी नजरों से मेरी और लखावे से।और देखें मेरी बाट घाट पर बैठी पावे से।एक बात कहूं मैया पर जी घबराए से।एक बात कहूं मैया पर जी घबराए से।
मेरी उससे हो गई यारी, हां यारी। कोयल सी बोले मने लागे बहुत ही प्यारी। वह दिल की बात नहीं खोले ज्यादा इतरावे से।और देखें मेरी बाट घाट पर बैठी पावे से।एक बात कहूं मैया पर जी घबराए से।एक बात कहूं मैया पर जी घबराए से।
मेरा उससे ब्याह करवा दे, करवा दे। मने अच्छी लागे उसे मेरी बहू बना दे।परछाई हरिराम बैसला शीश झुकाए से।और देखें मेरी बाट घाट पर बैठी पावे से।एक बात कहूं मैया पर जी घबराए से।एक बात कहूं मैया पर जी घबराए से।
एक बात कहूं मैया पर जी घबराए से।एक बरसाने की छोरी मने रोज बुलावे से। और देखें मेरी बाट घाट पर बैठी पावे से।एक बात कहूं मैया पर जी घबराए से।एक बात कहूं मैया पर जी घबराए से।