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durga bhajan lyrics दुर्गा भजन लिरिक्स

Latak matak chali aayi re bhawani,लटक मटक चली आई रे भवानी,durga bhajan

लटक मटक चली आई रे भवानी,

लटक मटक चली आई रे भवानी, खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।

खेरे की खेर बाड़ी खेर माही माता।मैहर में बैठी मेरी शारदा माता। अरे जोगणिया संग देखो नाचे भवानी,खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।लटक मटक चली आई रे भवानी, खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।

पंडा के सर पे सवार भई मैया। दुर्गा भवानी मोरी कालका मैया। जीभे चलाए कपूर से भवानी,खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।लटक मटक चली आई रे भवानी, खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।

नीली पीली सतरंगी हरी हरी चूड़ियां। मैया को भाई मोरी लाल ही चुनरिया। सोलह सिंगार कर आई भवानी, खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।लटक मटक चली आई रे भवानी, खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।

चीखे चिल्लाये मैया जीभ निकाले। आंखों में तेज लिए कैस फैलाए। जय बोलो जय बोलो शारदा भवानी, खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।लटक मटक चली आई रे भवानी, खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।

कैसे मैं आऊं बड़ी ऊंची पहाड़ियां। तू ही दिखा दे तेरी मेहर नगरिया। राज ध्वजा लेकर आये भवानी,खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।लटक मटक चली आई रे भवानी, खेल रही मां मोरी शारदा भवानी।

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