तर्ज,ये गोटेदार लहंगा
यह भोला भांग पीकर निकला जब घूमने। डम डम डम डमरू बजाए भांग की तान में।
जटा में बैठी गंगा बोली थोड़ा सा रुक जाओ, थोड़ा सा रुक जाओ। हम भी लहराए भोला डमरू की तान पे।डम डम डम डमरू बजाए भांग की तान में।यह भोला भांग पीकर निकला जब घूमने। डम डम डम डमरू बजाए भांग की तान में।
गणपति भोले बाबा जी थोड़ा सा रुक जाओ। हम भी खेलेंगे बाबा तुम्हारी गोद में। डम डम डम डमरू बजाए भांग की तान में।यह भोला भांग पीकर निकला जब घूमने। डम डम डम डमरू बजाए भांग की तान में।
गले में बैठे सर्प बोले थोड़ा सा रुक जाओ। हम भी नाचेंगे भोले डमरू की तान पे।डम डम डम डमरू बजाए भांग की तान में।यह भोला भांग पीकर निकला जब घूमने। डम डम डम डमरू बजाए भांग की तान में।
साथ में बैठी गोरा बोली थोड़ा सा रुक जाओ। हम भी चलेंगे भोले तेरे संग घूमने।डम डम डम डमरू बजाए भांग की तान में।यह भोला भांग पीकर निकला जब घूमने। डम डम डम डमरू बजाए भांग की तान में।
द्वार पे बैठे नंदी बोले थोड़ा सा रुक जाओ।हम भी चलेंगे भोले मस्तानी चाल में।डम डम डम डमरू बजाए भांग की तान में।यह भोला भांग पीकर निकला जब घूमने। डम डम डम डमरू बजाए भांग की तान में।