पानी में लहरें ले रही मैया जोत ज्वाला की। पानी में लहरें ले रही मैया जोत ज्वाला की।
नंगे नंगे पैरों मैया पंडाब आए। पांडव आए रे मैया भवन बनाए। तूने उनका भी मान बढ़ाया रे मैया, ज्योत ज्वाला की।पानी में लहरें ले रही मैया जोत ज्वाला की।पानी में लहरें ले रही मैया जोत ज्वाला की।
नंगे नंगे पैरों मैया अकबर आया। अकबर आया मैया छत्र चढ़ाया। तूने उनकी भी लाज बचाई रे मैया जोत ज्वाला की। पानी में लहरें ले रही मैया जोत ज्वाला की।पानी में लहरें ले रही मैया जोत ज्वाला की।
नंगे नंगे पैरों मेंया ध्याणु आया।ध्याणु आया,मैया शीश चढ़ाया।तूने उनकी भी लाज बचाई रे मैया जोत ज्वाला की। पानी में लहरें ले रही मैया जोत ज्वाला की।पानी में लहरें ले रही मैया जोत ज्वाला की।
नंगे नंगे पैरों में या भक्त है आए। भक्त भी आए मैया ज्योत जलाए। तूने उनको भी दरस दिखाया मैया जोत ज्वाला की।पानी में लहरें ले रही मैया जोत ज्वाला की।पानी में लहरें ले रही मैया जोत ज्वाला की।