मात मेरी आजा री तेरे भगत बुलावे।मात मेरी आजा री तेरे भगत बुलावे। लगा हुआ दरबार तेरा मां तेरी सेवा पावे। मात मेरी आजा री तेरे भगत बुलावे।मात मेरी आजा री तेरे भगत बुलावे।
जगमग जगमग जोत जगे मां करती दूर अंधेरा। बैठ शेर पर आना मैया लाइए मेरे घर फेरा। भगत तेरा विपदा में पड़ा है मत ना देर लगाईये।मात मेरी आजा री तेरे भगत बुलावे।मात मेरी आजा री तेरे भगत बुलावे।
तेरी याद सतावे मैया कहां पहाड़ पर सोगी। इस कलयुग में तेरे भगत की घनी दुर्गति होगी। सारी दुनिया तुमको टोहवे गए मतना देर लगावे।मात मेरी आजा री तेरे भगत बुलावे।मात मेरी आजा री तेरे भगत बुलावे।
तेरे भगत की लूटी आबरू आकर आज बचाइए। हाथ जोड़कर अरज करू ए बिगड़ी बात बनाइए। हलवा पूरी आकर खाइए तेरा भोग लगावे। मात मेरी आजा री तेरे भगत बुलावे।मात मेरी आजा री तेरे भगत बुलावे।
बड़े बड़े पापी मा तारे अबके मेरी बारी। हाथ जोड़कर प्रणाम करें ले ले शरण तुम्हारी। दर पर आजा शेर सवारी कुसुम तेरे गुण गावे। मात मेरी आजा री तेरे भगत बुलावे।मात मेरी आजा री तेरे भगत बुलावे।