गाड़ी बंगले की चाहत नहीं और ना ही मुझको धन चाहिए। मौत चरणों में आए तेरे श्याम जी यह वचन चाहिए।श्याम जी यह वचन चाहिए।श्याम जी यह वचन चाहिए।
जब भी मुश्किल से हो सामना, उस समय तुम मुझे थामना। कष्ट संकट की जब हो घड़ी,आप ही की शरण चाहिए।श्याम जी यह वचन चाहिए।श्याम जी यह वचन चाहिए।श्याम जी यह वचन चाहिए।
मेरी राहों पर रखना नजर, किसी मोड़ पर जाऊं ना फिसल। जब भी आऊं मैं तेरी शरण, दर तेरा तो खुला चाहिए।श्याम जी यह वचन चाहिए।श्याम जी यह वचन चाहिए।श्याम जी यह वचन चाहिए।
भूल ना पाऊं तुझको कभी, नाम सिमरन मैं करता रहूं। काम कुछ भी मैं चाहे करूं, ध्यान चरणों में ही चाहिए। श्याम जी यह वचन चाहिए।श्याम जी यह वचन चाहिए।श्याम जी यह वचन चाहिए।
बड़े भागों से पाया है, क्षणभंगुर यह मानव तन। कहीं व्यर्थ ना हो जाए, श्याम इतनी कृपा चाहिए। श्याम जी यह वचन चाहिए।श्याम जी यह वचन चाहिए।श्याम जी यह वचन चाहिए।
गाड़ी बंगले की चाहत नहीं और ना ही मुझको धन चाहिए। मौत चरणों में आए तेरे श्याम जी यह वचन चाहिए।श्याम जी यह वचन चाहिए।श्याम जी यह वचन चाहिए।