आओ जगदंबे में करती पुकार, मैया मेरी नैया लगा दो पार।
शंकर की प्यारी दुलारी गिरिराज की। गणपति मैया सवारी बृसराज की। मैया तोसे विनती करूं मैं बारंबार।मैया मेरी नैया लगा दो पार।आओ जगदंबे में करती पुकार, मैया मेरी नैया लगा दो पार।
अन धन सुख संपत्ति सब कुछ अपार है। तेरे चरणों में मैया जीवन का सार है। तू ही भावतारिणी करेगी पार। मैया मेरी नैया लगा दो पार।आओ जगदंबे में करती पुकार, मैया मेरी नैया लगा दो पार।
सबके हृदय में मैया हरि का निवास है। हरि के हृदय में मैया तेरा ही वास है। तू ही जग तारिणी करेगी बेड़ा पार।मैया मेरी नैया लगा दो पार।आओ जगदंबे में करती पुकार, मैया मेरी नैया लगा दो पार।
आओ जगदंबे में करती पुकार, मैया मेरी नैया लगा दो पार।आओ जगदंबे में करती पुकार, मैया मेरी नैया लगा दो पार।