सिंघवाहिनी 10 भुजा धारी, चंद्रघंटा मां की महिमा निराली। सूर्य समान रुप है मां का अद्भुत वह बलशाली। शक्तिपुंज हितकारी तेरी सदा ही हो जय कार। चांद के जैसे शीतल मन वाली, मैया करो उद्धार। मैया करो उद्धार।मैया करो उद्धार।
अस्त्र शास्त्र लिए 10 भुजाएं, ऋषि मुनि मंगल गाय। रोग दोष भय दुख नाशनी, सब तेरा ही ध्यान धरे। चंद्र की आभा समृद्धि साली, माता सुनो पुकार।शक्तिपुंज हितकारी तेरी सदा ही हो जय कार। चंद्रघंटा मां शत्रु नाशिनी तेरी सदा हो जय कार।
युद्ध मुद्रा में रहने वाली, मां महिषासुर नाशिनी। शरणागत जो भक्त है तेरे तू उन सबका मंगल करें। ऋषि यों ने कहा वेदों में लिखा अद्भुत मां तेरा अवतार। शक्तिपुंज हितकारी तेरी सदा ही हो जय कार।चंद्रघंटा मां शत्रु नाशिनी तेरी सदा हो जय कार।
सिंघवाहिनी 10 भुजा धारी, चंद्रघंटा मां की महिमा निराली। सूर्य समान रुप है मां का अद्भुत वह बलशाली। शक्तिपुंज हितकारी तेरी सदा ही हो जय कार। चांद के जैसे शीतल मन वाली, मैया करो उद्धार। मैया करो उद्धार।मैया करो उद्धार।