हे शैलपुत्री हे शक्ति दायिनी भवभय हारी पधारो।तेरा स्वागत स्वागत कृपामई आरती वंदन स्वीकारो।
मंगल दीप जलाऊं मैं तो तेरा ध्यान लगाऊं। कर दे कृपा है दया मई में लहर लहर आ जाऊं। श्रद्धा भक्ति की ओढ़ चुनर में तेरा सुमिरन गांऊं। किस मंत्रों से तुम खुश होती कौन सा गीत सुनाऊं। हे ज्योतिर्मयी है ममतामई हमारी ओर निहारो।तेरा स्वागत स्वागत कृपामई आरती वंदन स्वीकारो।तेरा स्वागत स्वागत कृपामई आरती वंदन स्वीकारो।
हे शैलपुत्री हे शक्ति दायिनी भवभय हारी पधारो।तेरा स्वागत स्वागत कृपामई आरती वंदन स्वीकारो।
तेरे आगमन से महकेगा घर का कोना कोना। छवि तेरी अति मनमोहिनी मां का रूप सलोना। शीतल छाया बन जाओ तुम दुख की जलती धूप में। वैसे ही दर्शन दे दो मन सोचे है जिस रूप में। पल में बिगड़ी बनाने वाली मेरे लिए विचारों। तेरा स्वागत स्वागत कृपामई आरती वंदन स्वीकारो।तेरा स्वागत स्वागत कृपामई आरती वंदन स्वीकारो।
हे शैलपुत्री हे शक्ति दायिनी भवभय हारी पधारो।तेरा स्वागत स्वागत कृपामई आरती वंदन स्वीकारो।