जो बोल न पाता था उसे गायक बनाया है,
मेरे बाबा ने ही मुझको इस लायक़ बनाया है।
जिसे ख़ुद की समझ न थी सबको समझाने लगा,ख़ुद भटक रहा था जो रस्ता दिखलाने लगा,जो भीड़ में ग़ायब था उसे नायक बनाया है,मेरे बाबा ने ही मुझको इस लायक़ बनाया ह।जो बोल न पाता था उसे गायक बनाया है,
मेरे बाबा ने ही मुझको इस लायक़ बनाया है।
बाबा ने दिया है जो अपने इस दीवाने के,
सौ जन्म भी कम होंगे एहसान चुकाने को,
दुखदाई जीवन को सुखदायक बनाया है,
मेरे बाबा ने ही मुझको इस लायक़ बनाया है।जो बोल न पाता था उसे गायक बनाया है,
मेरे बाबा ने ही मुझको इस लायक़ बनाया है।
खाटू में मुझे “मोहित” घर जैसा प्यार मिला,
बाबा के प्रेमियों का सुन्दर परिवार मिला,
खाटू आना जाना मेरी आदत बनाया है,
मेरे बाबा ने ही मुझको इस लायक़ बनाया है।जो बोल न पाता था उसे गायक बनाया है,
मेरे बाबा ने ही मुझको इस लायक़ बनाया है।