वेलेंटाइन का दिन आया हाथों में लेके गुलाब।श्याम से जाकर कह देना तुम अपने दिल की बात।
तूं आखों में रहता है मेरे दिल में बसता है।तेरे सिवा अब और कोई श्याम ना हमको जचता है।मेरे लिए तो तूं ही बाबा है पूनम का चांद।श्याम से जाकर कह देना तुम अपने दिल की बात।
वेलेंटाइन का दिन आया हाथों में लेके गुलाब।श्याम से जाकर कह देना तुम अपने दिल की बात।
प्यारा प्यारा मुखड़ा तेरा दिल में ऐसे समाए है। तिरछे तिरछे नैनन के तू तिरछे बाण चलाए है। सुध बुध भूली देखूं तुझको भूली दिन और रात। श्याम से जाकर कह देना तुम अपने दिल की बात।
वेलेंटाइन का दिन आया हाथों में लेके गुलाब।श्याम से जाकर कह देना तुम अपने दिल की बात।
मीठी यह मुस्कान तेरी जादू ऐसे चलाए है। उस जादू के वश में होकर भगत भी दौड़ा आए है। एक झलक दिखला दे बाबा हम हैं तेरे गुलाम। श्याम से जाकर कह देना तुम अपने दिल की बात।
वेलेंटाइन का दिन आया हाथों में लेके गुलाब।श्याम से जाकर कह देना तुम अपने दिल की बात।
दर पर तेरे आई हूं सोच ए मन में लाई हूं। आज मैं अपना वैलेंटाइन बनाने तुझको आई हूं। अब तो हामी भर दे बाबा विनीता जोड़ें हाथ।श्याम से जाकर कह देना तुम अपने दिल की बात।
वेलेंटाइन का दिन आया हाथों में लेके गुलाब।श्याम से जाकर कह देना तुम अपने दिल की बात।