हर घड़ी श्याम दिल में रहा कीजिए,
चरणों में प्रभु जी जगह दीजिए ।
जो भी शरण में आया तुम्हारी,
उसको प्रभुजी निभाया ,
मुझको भी निभाना, वचन दीजिये ।हर घड़ी श्याम दिल में रहा कीजिए,
चरणों में प्रभु जी जगह दीजिए ।
मुझे क्या पता है हे मेरे मालिक,
कैसे भला हो हमारा,
जो आप चाहें, वही कीजिये ।हर घड़ी श्याम दिल में रहा कीजिए,
चरणों में प्रभु जी जगह दीजिए ।
जी भी किया है कैसे बताऊं,
बताने के लायक नहीं हैं,
बालक हूँ तुम्हारा, क्षमा कीजिये ।हर घड़ी श्याम दिल में रहा कीजिए,
चरणों में प्रभु जी जगह दीजिए ।
“बनवारी ” मेरी कोशिश यही है,
तुमको मैं अपना बना लूँ,
कोशिश ये हमारी, सफल कीजिये ।हर घड़ी श्याम दिल में रहा कीजिए,
चरणों में प्रभु जी जगह दीजिए ।