महाकाल की नगरी में आया तेरा दीवाना। मुझे अपनी शरण में रख लो महाकाल शरण में रख लो, दिल कहता है दीवाना ।महाकाल की नगरी में आया तेरा दीवाना।
मैं हूं तेरा दीवाना महाकाल का दीवाना।महाकाल की नगरी में आया तेरा दीवाना।महाकाल की नगरी में आया तेरा दीवाना।
हर पल मेरी किस्मत में दर्शन हो इसी दर के। छूटा है ना छूटेगा तेरे दर पर आना जाना।
मैं हूं तेरा दीवाना महाकाल का दीवाना। दर्द सह कर भी तेरा नाम लिए जाते हैं। तेरे दीवाने तुझे याद किए जाते हैं। तुम दर्शन दो ना दो दर्शन तेरी इच्छा बाबा। हम तो जो दर तेरे ही चले आते हैं।।मैं हूं तेरा दीवाना महाकाल का दीवाना।मैं हूं तेरा दीवाना महाकाल का दीवाना।
बस इतनी कृपा करना बाबा मेरे शिव शंकर।जब जान मेरी निकले तुम सामने आ जाना।मैं हूं तेरा दीवाना महाकाल का दीवाना।
मेरे मन में भोलेनाथ तेरा नाम चल रहा हो।मेरे सामने तो तुम हो मेरा दम निकल रहा हो।जब जान मेरी निकले तुम सामने चले आना।मैं हूं तेरा दीवाना महाकाल का दीवाना।
दुख दर्द के मारो से मेरा एक मशवरा है।ये दीवानों की नगरी है एकबार चले आना।मैं हूं तेरा दीवाना महाकाल का दीवाना।
आओ दिखाऊं कैसी ये उज्जैन नगरी है।जहांपर रात दिन बाबा तेरी किरपा बरसती है।ये दीवानों की नगरी है एक बार चले आना। महाकाल की नगरी में एक बार चले आना।
मेरे बाबा यह बता दो वह नजर कौन सी है। जिसे पाकर सारी दुनिया तेरे दर पर झूमती है।मैं हूं तेरा दीवाना महाकाल का दीवाना।मैं हूं तेरा दीवाना महाकाल का दीवाना।