श्याम थे आछा बिराज्या, सिंगोली मायने, श्याम थे आछ्या बिराज्या, सिंगोली मायने, श्याम की महिमा है अपरंपार, ठाकुर जी अच्छा बिराज्या, सिंगोली मायने ।।
ठाकुर जी मंदिर प्यारो, यो लागे सोवणो, सोवणो सोवणो सोवणो, ज्यामे जडीया जडिया, सोनारा सितार श्याम थे, आछ्या बिराज्या, सिंगोली मायने ।
ठाकुर जी कुण तो सजाया, थाने सोवणा, सोवणा सोवण सोवणा, मोती चमके चमके, पचरंगी या पाग, श्याम थे आछ्या बिराज्या, सिंगोली मायने ।।
श्याम जी शीश मुकुट, मन भावणो, भावणो भावणो भावणो, हीरो जलके जलके, ई दाड़ी रे माई श्याम थे, आछ्या बिराज्या, सिंगोली मायने ।।
ठाकुर जी सांझ सवेरे, होवे आरती, आरती आरती आरती, सेवक पाराशर चवर, दूलाय श्याम थे, आछ्या बिराज्या, सिंगोली मायने ।।
ठाकुर जी महिमा है मोटी, दाता आपकी, आपकी आपकी आपकी, था को देव गावे चरणा रे, माय ठाकुर जी, आछ्या बिराज्या, सिंगोली मायने ।।